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"कंप्यूटर" अथवा "कंप्यूटर का महत्व" पर सबसे अच्छा हिन्दी निबंध/ अनुच्छेद

"कंप्यूटर"  अथवा  "कंप्यूटर का महत्व" पर सबसे अच्छा हिन्दी निबंध/ अनुच्छेद  कंप्यूटर युग:--    आज का युग विज्ञान का युग ...


"कंप्यूटर" 
अथवा 

"कंप्यूटर का महत्व" पर सबसे अच्छा हिन्दी निबंध/ अनुच्छेद 

कंप्यूटर युग:--  आज का युग विज्ञान का युग है समस्त विश्व आज विज्ञान के मजबूत स्तंभ पर टिका है।  आज विज्ञान ने मानव को अनेक प्रकार की शक्तियाँ, सुख सुविधाएं तथा क्रांतिकारी उपकरण दिए हैं। जिनके द्वारा समय और स्थान में अंतर कम हो गया है। विज्ञान के अनेक विस्मयकारी तथा महत्वपूर्ण उपकरणों में कंप्यूटर एक नवीनतम उपलब्धि है।

 कंप्यूटर की तुलना यदि मानव मस्तिष्क से की जाए तो अतिशयोक्ति न होगी। कंप्यूटर एक ऐसी मशीन है जो कठिन से कठिन जोड़, घटा, गुणा ,भाग इत्यादि को अत्यंत शीघ्रतापूर्वक  और शत-प्रतिशत शुद्धता से करने में समर्थ है।  इन्हीं विशेषताओं के कारण यह हमारे जीवन का अंग बन गया है। 

घरेलू जीवन से लेकर शिक्षा, ज्ञान, विज्ञान, व्यापार, चिकित्सा, गणित ,ज्योतिष प्रशासन, मुद्रण, प्रकाशन, रक्षा व्यवस्था इत्यादि ऐसा कोई क्षेत्र नहीं जिसमें कंप्यूटर ने अपनी गहरी पैठ ने बना ली हो

 आज से लगभग 25000 वर्ष पूर्व मनुष्य ने अंकों का अन्वेषण किया, जो धीरे-धीरे विकसित होते गए। प्रारंभ में मनुष्य गणना का कार्य छोटे-छोटे पत्रों, उंगलियों की लाइनों तथा जमीन या दीवार पर लाइने बनाकर करता था। तत्पश्चात मशीनी युग में इन्हीं अंकों और लिपि को टंकण के माध्यम से प्रेस और टाइप मशीनों में अंकित किया।

कंप्यूटर प्रणाली:-- सन 1642 ईस्वी में फ्रांस के कुशल वैज्ञानिक ब्लेज पास्कल ने विश्व का प्रथम कंप्यूटर निर्मित किया। जिस की विधि बहुत सरल थी। तब से विभिन्न प्रकार की तकनीकों की खोजें की जाने लगी । सन 1680 में जर्मनी के वैज्ञानिक विलियम लाइव  निट्ज ने  एक ऐसे यंत्र का आविष्कार किया । जो गणना करना ,जोड़, घटाव ,गुणा ,भाग यहां तक की प्रतिशत और वर्गमूल निकालने में सक्षम था। सन 1812 में चार्ल्स बैबेज ने नई तकनीक से नवीन कंप्यूटर बनाकर इस कंप्यूटर प्रणाली को अधिक विकसित किया। अमेरिका के वैज्ञानिक डॉक्टर एनपी हरमन हालरिथ ने  गणना की नवीन  पद्धति प्रस्तुत की।

वर्तमान कंप्यूटर प्रणाली को मुख्य रूप से पांच भागों में विभाजित किया जा सकता है।

1.  स्मरण तंत्र: इसमें सभी प्रकार की सूचनाएं भर दी जाती हैं

2. नियंत्रण कक्ष:  इसमें गिनती के सही गलत होनेे का पता चलता है

3.  अंक गणित भाग: यह भाग गिनती की सारी क्रिया प्रक्रियाओं को संपन्न करता है

4. आंतरिक यंत्र:  इसमें सब प्रकार के संकेत निर्देश और जानकारियां संकलित होती हैं

5. बाहरी यंत्र भाग:  कंप्यूटर के सब अंगों के क्रियाकलापों से प्राप्त निर्देशों और सूचनाओं का विवेचन विश्लेषण करके परिणाम बताने का कार्य करता है

विभिन्न क्षेत्रों में कंप्यूटर का योगदान:- कंप्यूटर विज्ञान दिन प्रतिदिन प्रगति की ओर अग्रसर है। आज देश के लगभग हर विद्यालय में इसे पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया गया है। तथा इसके उच्च शिक्षण प्रशिक्षण की सुविधाएँ अनेकों संस्थानों में उपलब्ध हैं । 

यह प्रशिक्षण दो प्रकार का होता है हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर। कंप्यूटर की विभिन्न भाषाएँ हैं--लोटस, कोबॉल ,पास्कल ,बेसिक इत्यादि।

पाठ्यक्रम में सम्मिलित अनेक विषयों की पढ़ाई कंप्यूटर के द्वारा की जा सकती है ।आजकल कंप्यूटरों का प्रयोग बैंकों,  रेलवे स्टेशनों,विश्वविद्यालयों, कार्यालयों में बड़े पैमाने पर किया जा रहा हैै। बैंक में अपना  खाता नंबर बताइए वहाँ बैठा कर्मचारी कंप्यूटर पर एक बटन दबाकर आपके खाते का पूरा विवरण बता देगा । संपूर्ण देश के प्रमुख रेलवे स्टेशनों की टिकटों एवं आरक्षण की स्थिति का क्षण भर में पता चल जाता है । 

किसी भी खिड़की पर कहीं का भी टिकट कंप्यूटरीकृत स्टेशन पर सुगमता से प्राप्त किया जा सकता है। 

चिकित्सा के क्षेत्र में कंप्यूटर के प्रयोग से रोगी की चिकित्सा में बहुत मदद मिलती है। बिजली टेलीफोन इत्यादि के बिल बनाने, मौसम एवं समाचार पत्रों की जानकारी एकत्रित करने , हवाई तथा समुद्री जहाजों , युद्ध -पोतों इत्यादि के संचालन में कंप्यूटर की महत्वपूर्ण भूमिका है। 

कोरना कालखंड में  ऑनलाइन क्लास का आधार भी कंप्यूटर ही रहा है। जिससे अध्यापकों और विद्यार्थियों ने इसका भरपूर उपयोग किया है।

 उपसंहार:--  आजकल तो कंप्यूटर पर इंटरनेट द्वारा विश्व के किसी कोने में कुछ ही पलों में समाचारों तथा सूचनाओं का आदान प्रदान संभव हो गया है।  

हवाई हमलों तथा उनसे बचाव में भी कंप्यूटर का महत्वपूर्ण योगदान होता है।

इंटरनेट की सुविधाओं के विकास से विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित कोई भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है इस प्रकार कंप्यूटर तो ज्ञान विज्ञान का  'इनसाइक्लोपीडिया' बन गया है

कंप्यूटर से श्रम और समय की बचत होती है। कम से कम व्यक्ति कम समय में अधिक से अधिक काम कर सकते हैं। कुछ लोगों का विचार है कि इसके प्रयोग से देश में बेरोजगारी बढ़ सकती है। परंतु यह सच नहीं है अब कंप्यूटर एक उद्योग बन गया है।

कुछ भी हो आधुनिक युग में कंप्यूटर अधिक उपयोगी है और सुचारू रूप से कार्य करने के लिए इसकी अत्यधिक आवश्यकता है।

🇮🇳 राजेश राष्ट्रवादी 


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